चैतन्य महाप्रभु
राजस्थान के ब्यावर के रहने वाले संजय तंबोली बहुत ही विषम परिस्थितियों से गुजरे हैं और उनका जीवन पूरी तरीके से संघर्षों के बीच ही रहा है। संजय कुमार तंबोली अपना जीवन निर्वाह ड्राइविंग का जॉब कर करते हैं संजय बताते हैं कि उन्हें सिंगिंग करते हुए 20 साल हो गए हैं और उनके पिताजी भी ढोलक मास्टर रह चुके हैं उनकी पूरी फैमिली संगीत में डूबी हुई है और संगीत के साथ ही जीवन का आनंद लेते हैं।
संजय बताते हैं कि उन्होंने काफी बार अपने हुनर को दिखाने की कोशिश की है उन्होंने सोनी चैनल के इंडियन आईडल ज़ी टीवी के सारेगामापा में भी ट्राई किया पर पारिवारिक आर्थिक स्थिति सही नहीं होने की वजह से वह आगे नहीं बढ़ पाए।
संजय कहते हैं कि मेवाड़ टैलेंट हंट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो आपको ना तो धूप में खड़ा करता है ना ही कहानी बुलाता है ना ही कोई खर्च करवाता है आप घर बैठे इसमें पार्टिसिपेट कर सकते हैं और यही इसकी खूबी है।
जो अपनी जेब से पैसा खर्च नहीं कर सकते हैं उन्हें भी मेवाड़ टैलेंट हंट अपना प्लेटफार्म देकर आगे बढ़ना चाहता है।




