Friday, November 14, 2025

National

spot_img

सनातन धर्म व गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले


संवाददाता : जिला ब्यूरो विजय द्विवेदी

बदनावर सनातन धर्म और गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले किसी उद्देश्य से बरेली के नरेश गंगवार भारत के समूचे तीर्थों की दंडवत यात्रा कर रहे हैं। उनकी अद्भुतु आस्था की एक झलक भैसोला चोपाटी श्री रणजीत हनुमान मंदिर में गुजरात से परिक्रमा करते हुए उज्जैन जा रहे हैं बरेली जिले में नवाबगंज तहसील के गांव मुझीना निवासी नरेश गंगवार अपनी पत्नी सुमित्रा और बेटा के साथ भारत के समूचे तीर्थों की कर रहे हैं दंडवत यात्रा
1 मई 2023 को चार धाम, 12 ज्योतिलिंग और 52 शक्तिपीठों समेत भारत के तीर्थस्थलों की दंडवत यात्रा पर घर से निकले हैं। वह अपने लक्ष्य को पूरा करने में लगे हैं। इस समय वह गुजरात से दंडवत यात्रा हुऐ उज्जैन व ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन को जा रहा है रिक्शा में जरूरत का सामान लेकर बेटा प्रह्लाद और सेवा के लिए उनकी पत्नी सुमित्रा उनके साथ चल रहे है।

बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि सनातन धर्म और गोमाता की रक्षा व गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा की कामना के उद्देश्य से वह भारत वर्ष के तीर्थों की दंडवत यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया की 18000 किमी दंडवत यात्रा का लक्ष्य करीब 12 साल में पूरा होगा।

सात हजार की दंडवत यात्रा कर ली है नरेश गंगवार और रिक्शा लेकर साथ में चल रहे पत्त्री व बेटा।

International

spot_img

सनातन धर्म व गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले


संवाददाता : जिला ब्यूरो विजय द्विवेदी

बदनावर सनातन धर्म और गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले किसी उद्देश्य से बरेली के नरेश गंगवार भारत के समूचे तीर्थों की दंडवत यात्रा कर रहे हैं। उनकी अद्भुतु आस्था की एक झलक भैसोला चोपाटी श्री रणजीत हनुमान मंदिर में गुजरात से परिक्रमा करते हुए उज्जैन जा रहे हैं बरेली जिले में नवाबगंज तहसील के गांव मुझीना निवासी नरेश गंगवार अपनी पत्नी सुमित्रा और बेटा के साथ भारत के समूचे तीर्थों की कर रहे हैं दंडवत यात्रा
1 मई 2023 को चार धाम, 12 ज्योतिलिंग और 52 शक्तिपीठों समेत भारत के तीर्थस्थलों की दंडवत यात्रा पर घर से निकले हैं। वह अपने लक्ष्य को पूरा करने में लगे हैं। इस समय वह गुजरात से दंडवत यात्रा हुऐ उज्जैन व ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन को जा रहा है रिक्शा में जरूरत का सामान लेकर बेटा प्रह्लाद और सेवा के लिए उनकी पत्नी सुमित्रा उनके साथ चल रहे है।

बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि सनातन धर्म और गोमाता की रक्षा व गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा की कामना के उद्देश्य से वह भारत वर्ष के तीर्थों की दंडवत यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया की 18000 किमी दंडवत यात्रा का लक्ष्य करीब 12 साल में पूरा होगा।

सात हजार की दंडवत यात्रा कर ली है नरेश गंगवार और रिक्शा लेकर साथ में चल रहे पत्त्री व बेटा।

National

spot_img

International

spot_img
RELATED ARTICLES