जिला ब्यूरो : सुरेश सैनी
बृजेश ज्योति उपाध्याय IPS पुलिस अधीक्षक जिला झुन्झुनू के निर्देशन, श्री देवेन्द्र सिंह राजावत आरपीएस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय जिला झुन्झुनू के मार्गदर्शन व श्री वीरेन्द्र कुमार शर्मा आरपीएस वृताधिकारी वृत झुन्झुनू शहर के निकट सुपरविजन में श्री हरजिन्द्र सिंह पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली झुन्झुनू के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा हिस्ट्रीशीटर डेनिश बावरिया हत्याकांड में वांछित 09 मुलजिमान को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
दिनांक 20.10.25 को डेनिस उर्फ नरेश कुमार ने एसएमएस अस्पताल जयपुर में पर्चा बयान किया कि गाडी स्कार्पियो नम्बर RJ 09 UC 0207 से मैं व मेरे दोस्त सचिन, दिपचन्द उर्फ कालू, राकेश गाडी में पटाखा व 3 लाख रूपये लेकर चुडेला गांव में हमारी मैन दुकान पटाखा पर जा रहे थे। तब चुरू बाईपास ठेके के पास हमने गाडी रोकी तो इतने में ही 3 कैंपर गाडियों में सवार होकर प्रशान्त उर्फ फोखर, दीपक मालसरिया, मंदीप ऊर्फ मदिया व उसका भाई कपिल मेघवाल, सुनिल मेघवाल, हितेश मील, अजय जाट व अन्य 10-15 ने चुरू बाईपास पर हमारी गाडी स्कॉर्पियों को कैंपर गाडियों से टक्कर मारी, मेरे हाथ पैर व सीर में लोहे की पाईपो से चोटे पहुचाई तथा कैंपर गाडी में डालकर अपहरण कर ले गये तथा रसोडा गांव में मारपीट कर पटक दिया मेरे सोने की चैन व अंगुठी तथा पटाखों की बिक्री राशी 3 लाख रूपये ले गये। बीडीके अस्पताल झुन्झुनूं में ईलाज के पश्चात मुझे एसएमएस अस्पताल जयपुर में रैफर कर दिया। आदि पर्चा बयान पर प्रकरण दर्ज किया गया। दिनांक 21-10-2025 को डेनिस उर्फ नरेश कुमार की दौराने इलाज मृत्यु हो गई। प्रकरण में हत्या की धारा जोड़ी गई। प्रकरण का अनुसंधान श्री विरेन्द्र कुमार शर्मा आरपीएस वृताधिकारी वृत झुन्झुनू द्वारा किया जा रहा है।
प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये विशेष टीम का गठन किया जाकर निर्देशित किया गया कि शेष मुल्जिमान मन्दीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया, हितेश मील, प्रशान्त उर्फ पोकर, अजय जाट व अन्य की तलाश व सुरागरसी तथा ऐसे व्यक्तियों को भी चिन्हित करने जो उक्त वारदात के मुल्जिमान जो संगठित गैंग के सदस्य हैं को वारदात के बाद उनकी जानबुझकर जानकारी को पुलिस से छिपाने अपराधियो को भगाने व शरण देने मे उनका सहयोग करना तथा अन्य किसी भी प्रकार से उनको छिपाने मे मदद करना जैसे कृत्यो मे संलिप्त व्यक्तियों की जानकारी एवं चिन्हित कर उनके विरुद्ध नवीन कानून के कडे़ प्रावधानों के तहत कार्यवाही करे।
गठित विशेष टीमो द्वारा चिन्हित किया गया कि डेनिस बावरिया उर्फ नरेश कुमार की मन्दीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया आदि 14-15 व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर हत्या की वारदात के पश्चात मन्दीप उर्फ मदिया, हितेश मील, प्रशान्त उर्फ पोकर एवं अजय जाट वारदात में प्रयुक्त कैम्पर गाडी नम्बर आरजे 18 जीसी 8473 को लेकर उसी रात्रि समय करीबन 12.00-12.30 बजे मुल्जिम योगेन्द्र उर्फ विक्की पुत्र श्री प्रताप सिंह कुल्हरी जाति जाट उम्र 36 साल निवासी बिशनपुरा (ब्राह्राणो की ढाणी) थाना सदर झुन्झुनू के पास ग्राम बिशनपुरा पहुंचे तथा उसको दोस्ती का हवाला देते हुये भागने में मदद करने की बात की तथा कहा कि कैम्पर गाड़ी से हम पकड़े जा सकते हैं इसलिये हमारी कैम्पर गाडी को छुपा ले तथा हमको कोई दुसरी गाडी उपलब्ध करवा दो, इस पर योगेन्द्र उर्फ विक्की ने उनकी कैम्पर गाडी को छिपा दिया तथा स्वंय की कार को उनको भागने के लिये उपलब्ध करवा दी जिससे मुल्जिमान जिले से भागने में सफल हो गये।
इसी प्रकार मुल्जिम सन्दीप चौधरी उर्फ छोटू पुत्र श्री जसवन्तसिंह सिलायच जाति जाट उम्र 37 साल निवासी ककंडेउ कलां थाना मलसीसर जिला झुन्झुनू जो की जयपुर मे पत्रकार कॉलोनी में चाय पानी की दुकान चलाता है जिसकी पहले से मन्दीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया से जान पहचान एवं दोस्ती है तथा मदिया गैंग के लिये पहले से भी काम करता है। पूर्व में मन्दीप उर्फ मदिया की फरारी के दौरान मन्दीप उर्फ मदिया को छुपाने में सहयोग करने की जानकारी पुलिस को प्राप्त होने पर गठित विशेष टीमो द्वारा उक्त जानकारी के आधार पर मालुमात कर पूछताछ की गई तो सामने आया कि दिनांक 20-10-2025 से दिनांक 23-10-2025 तक लगातार मुख्य मुल्जिम मन्दीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया, हितेश मील, अजय जाट, प्रशान्त उर्फ पोकर व अन्य सन्दीप उर्फ छोटू से मिलते रहे तथा सन्दीप उर्फ छोटू उक्त मुल्जिमान को जयपुर में छुपाकर रुकवाने एवं उनकी खाने पीने एवं दिनचर्या की व्यवस्था में सहयोग करता रहा तथा पुलिस के पहुंचने की सम्भावना को देखते हुये उनको दो-तीन दिन बाद वहां से निकाल भगा दिये।
इस प्रकार मुल्जिमान योगेन्द्र उर्फ विक्की एवं सन्दीप उर्फ छोटू द्वारा डेनिस बावरिया हत्याकांड के मुख्य मुल्जिमान मन्दीप उर्फ मदिया, दीपक मालसरिया व अन्य को यह जानते हुये कि इनके द्वारा डेनिस बावरिया की हत्या को अन्जाम दिया जाकर पुलिस से छिपते हुये फरारी काट रहे हैं फिर भी उक्त दोनों मुल्जिमान द्वारा वारदात करने वाले मुल्जिमान को उनके भागने में सहयोग करना, उनको छिपाना, शरण देना तथा उक्त तथ्य की जानकारी समय पर पुलिस को नहीं देकर मुल्जिमान के निकल भागने मे मदद करने पर नवीन कानून मे उपबन्धित कडे़ प्रावधानो के तहत कार्यवाही करते हुये अनुसंधान अधिकारी श्री वीरेन्द्र कुमार शर्मा आरपीएस पुलिस उप अधीक्षक वृत्त झुन्झुनू शहर द्वारा आज दिनांक 31-10-2025 को गिरफ्तार किया गया है जिनसे पुछताछ व अनुसंधान जारी है।
दोनों मुल्जिमों को गिरफ्तार करने में श्री विरेन्द्र कुमार एचसी 2568, श्री चेनाराम कानि. 286, श्री रूपेन्द्र कानि. 1044, श्री प्रवीण कानि. 374, श्री संदीप कानि. 1045, श्री प्रदीप कानि. 1351, श्री मोहित कानि.165, श्री योगेन्द्र कानि. 729 का विशेष योगदान रहा।
उक्त मामले में अपराधियों को भगाने में सहयोग करने व उनकी जानकारी होने पर भी जानबुझकर पुलिस से छिपाने व शरण देने आदि में अन्य ओर संलिप्त व्यक्तियों की जानकारी कर चिन्हित किये जाने हेतु विशेष टीमें कार्य कर रही हैं। ऐसी कोई जानकारी आती है तो उनके विरुद्ध भी कडी कार्यवाही की जावेगी।




