महेश पांडुरंग शेंडे
25 और 26 अक्टूबर 2025 को, भारतीय कराटे कोकुसाई महासंघ की और से, सेंसेई रविकांत मेश्राम, सेंसेई श्रीकांत मेश्राम, सेंसेई अमित शेंडे और सेंसेई पवन येवले के मार्गदर्शन में, एस.एफ.एस. कॉलेज, नागपुर के परिसर में “इंस्पिरेशन कप राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छह राज्यों से कुल 317 प्रतियोगियों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में, फिट्टूफाइट्स कराटे एवं मार्शल आर्ट्स स्कूल और वॉरियर्स कराटे अकादमी, घुग्घुस के 17 खिलाड़ियों ने 35 पदक जीतकर घुग्घुस का परचम लहराया।
प्रतियोगिता के प्रमुख विजेता इस प्रकार हैं –
- कु. आरिका संजय उपाध्ये- ब्लैक बेल्ट काता चैंपियनशिप में प्रथम स्थान, चैंपियन ट्रॉफी और नकद पुरस्कार।
- आर्येश संजय उपाध्ये- 1 स्वर्ण, 1 रजत
- वीर विनय बोढे- 1 स्वर्ण, 1 रजत
- ध्रुव गोपी तिगुटला – 1 स्वर्ण, 1 रजत
- उत्कर्षा गणेश राखुंडे – 2 कांस्य
- श्रेयशी विनय बोढे – 1 रजत, 1 कांस्य
- आराध्या रवीन्द्र बोमनल्ली – 2 कांस्य
- स्वरा सचिन पाऊलबुधे- 1 स्वर्ण, 1 कांस्य
- कोविद दीपक तुरानकर – 1 स्वर्ण, 1 रजत
- शौर्य विवेक बोढे – 2 स्वर्ण
- वैष्णवी मनोज झोड़े – 1 कांस्य
- आदेश पिंटू कांबळे- 1 स्वर्ण, 1 कांस्य
- ओजस प्रशांत चरडे – 1 रजत
- लक्षद्वीप गणेश डोर्लिकर – 1 रजत
- महामना बत्तुला – 2 कांस्य
- नंदकिशोर नरेंद्र कोंगरे – 1 स्वर्ण, 1 रजत
- सक्षम सावन तेलंग – 2 स्वर्ण
- आयुष्मान श्रवण वर्मा – 2 स्वर्ण
- तेजस हर्ष कांबले – 1 स्वर्ण, 1 रजत
- अभिरी विवेक शेंडे – 2 स्वर्ण
- भाव्या संतोष ढोबे– 1 स्वर्ण, 1 रजत
समग्र प्रदर्शन:
टीम ने 17 स्वर्ण, 8 रजत और 10 कांस्य सहित 35 पदकों के बल पर “सर्वोच्च पदक पुरस्कार” और “सर्वश्रेष्ठ टीम पुरस्कार” जीता।
इस विजेता टीम का मार्गदर्शन शिहान विनय बोढे, सेंसेई जयंती मद्देला और सेंसेई मोनीश हिकारे ने किया।
टीम मैनेजर सेंसेई इमरान खान और टीम कोच सेंसेई रोशनी तुकाराम गोमासे ने प्रतियोगिता में काफी मेहनत की।
घुग्घुस स्थित फिट्टुफाइट्स कराटे एवं मार्शल आर्ट्स स्कूल द्वारा खिलाड़ियों का सम्मान समारोह बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर, श्री विवेक बबनराव बोढे और सभी पालकोने खिलाड़ियों का अभिनंदन पर सत्कार किया।
इस अद्भुत सफलता ने घुग्घुस में कराटे खेल को एक नई संजीवनी प्रदान की है और स्थानीय नागरिकों ने यह भावना व्यक्त की है कि “कराटे का स्वर्णिम युग फिर से शुरू हो गया है”।




