महेश पांडुरंग शेंडे की रिपोर्ट
सुबह बैंक – आफ़ीस अन्य सरकारी काम के लिए बाहर गाव से लोग दुर से आते है । साथ हिं स्कूल के बच्चे अस्पताल मरीज लोगों को बिना लाईट से असुविधा हो रही है । यह समस्या MSEB के बड़े अधिकारी को बताने के बावजूद भी, नई दुल्हन की तरह कार्यवाही के लिए शर्मा रहे हैं। गाव स्तर परं सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा भी कोई लोग सेवा में मदद नही हो रही । कर्मचारी कर्तव्य परं रहते हुवे शराब पीकर रहते है । लेकिन इंजिनिअर का नियंत्रण ना होने के वजह से
अभी तक बिना रोक- टोक यह
मनमानी MSEB के कुछ सहकर्मी द्वारा होते हुवे । उपभोक्ताओं के साथ बत्तमिजी से बात कर । आष्टी गाव के लोगों को लाईट के लिए परेशानी बढ़ रही है । एक आमजन के रूप में MSEB तहसील और जिला के अधिकारी का कोई महत्व नही रहा । यह आज की समस्या नही । इस पहल के चलते बड़े अधिकारी बिना कोई कार्यवाहि के अपने पद – प्रतिष्ठा का सन्मान खोकर खुद का मजाक बना रहे हैं। आखिर लोग किससे न्याय की उम्मीद करे यह चिंता का विषय बना हुवा हैं ।




