Friday, November 14, 2025

National

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जाखोद में जंजीरों से बंधे मानसिक दिव्यांग के घर पहुंचा चिकित्सा विभाग

संवाददाता : सुरेश सैनी

झुंझुनूं। सूरजगढ़ ब्लॉक के जाखोद निवासी मानसिक दिव्यांग के घर रविवार को चिकित्सा विभाग की टीम पहुंच कर जंजीरों से मुक्त कराया सर्टिफिकेट बनाकर उसका उपचार शुरू किया। समाचार पत्रों में जंजीरों में जकड़े होने के समाचार प्रकाशित होने के तुरंत बाद सीएमएचओ डॉ छोटे लाल गुर्जर ने तत्काल एक्शन लेते हुए बीडीके अस्पताल के पीएमओ को मानसिक दिव्यांग के घर टीम भेजने के पत्र लिखा जिस पर पीएमओ डॉ जितेंद्र भांबू ने सीनियर मनोरोग विशेषज्ञ डॉ कपूर थालोर, वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी रतन लाल को जाखोद भेजा ।

डॉ कपूर थालोर व उनकी टीम ने सरपंच पति सुनील बिजारणियां और आशा सहयोगिनी को साथ लेकर दिव्यांग के घर पहुंचे। सबसे पहले दिव्यांग को जंजीरों से मुक्त कराया, बाल करवाए, फिर नहलाकर नए कपड़े पहनाएं, दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाया। दिव्यांग सर्टिफिकेट बनने से अब पेंशन शुरू हो जाएगी। दिव्यांग का उपचार शुरू किया गया। आगे के उपचार के लिए स्थानीय आशा सहयोगिनी को दवाईया नियमित रूप से उपलब्ध कराने के लिए पाबंद किया। स्थानीय लोगों ने भी मदद का आश्वासन दिया। टीम ने दिवाली मनाने के लिए सामग्री भी उपलब्ध करवाने की बात कही। जंजीरों से मुक्त होने के बाद उपचार शुरू होने के बाद दिव्यांग के परिजनों ने चिकित्सा विभाग और स्थानीय लोगों का धन्यवाद दिया।

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जाखोद में जंजीरों से बंधे मानसिक दिव्यांग के घर पहुंचा चिकित्सा विभाग

संवाददाता : सुरेश सैनी

झुंझुनूं। सूरजगढ़ ब्लॉक के जाखोद निवासी मानसिक दिव्यांग के घर रविवार को चिकित्सा विभाग की टीम पहुंच कर जंजीरों से मुक्त कराया सर्टिफिकेट बनाकर उसका उपचार शुरू किया। समाचार पत्रों में जंजीरों में जकड़े होने के समाचार प्रकाशित होने के तुरंत बाद सीएमएचओ डॉ छोटे लाल गुर्जर ने तत्काल एक्शन लेते हुए बीडीके अस्पताल के पीएमओ को मानसिक दिव्यांग के घर टीम भेजने के पत्र लिखा जिस पर पीएमओ डॉ जितेंद्र भांबू ने सीनियर मनोरोग विशेषज्ञ डॉ कपूर थालोर, वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी रतन लाल को जाखोद भेजा ।

डॉ कपूर थालोर व उनकी टीम ने सरपंच पति सुनील बिजारणियां और आशा सहयोगिनी को साथ लेकर दिव्यांग के घर पहुंचे। सबसे पहले दिव्यांग को जंजीरों से मुक्त कराया, बाल करवाए, फिर नहलाकर नए कपड़े पहनाएं, दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाया। दिव्यांग सर्टिफिकेट बनने से अब पेंशन शुरू हो जाएगी। दिव्यांग का उपचार शुरू किया गया। आगे के उपचार के लिए स्थानीय आशा सहयोगिनी को दवाईया नियमित रूप से उपलब्ध कराने के लिए पाबंद किया। स्थानीय लोगों ने भी मदद का आश्वासन दिया। टीम ने दिवाली मनाने के लिए सामग्री भी उपलब्ध करवाने की बात कही। जंजीरों से मुक्त होने के बाद उपचार शुरू होने के बाद दिव्यांग के परिजनों ने चिकित्सा विभाग और स्थानीय लोगों का धन्यवाद दिया।

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