Friday, November 14, 2025

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जोड़कर रखने वाली पीढ़ीयां अब नहीं दिखती है,वर्तमान युवाओं की जवानी तलवार से केक काटने लगी है

संवाददाता : जिला ब्यूरो विजय द्विवेदी

टकरावदा । जोड़कर रखने वाली पीढ़ीयां अब नहीं दिखती है। वर्तमान युवाओं की जवानी तलवार से केक काटने लगी है। उक्त विचार टकरावदा में आयोजित विराट कवि सम्मेलन में कवि दर्शन लोहार ने हिन्दू राष्ट्र बनाने व वर्तमान युवा पीढ़ी को आधुनिक परिवेश में ढलने की स्थिति पर जोशीली कविता पढ़ते हुए कही। कवि धिरज शर्मा नालछा ने बदलते परिवेश पर कटाक्ष करते हुए कहा लड़कियों के तन पर कपड़े घट रहे हैं एवं मुंह पर लपेटी जा रही है। वहीं हास्य रस के कवि पंकज दुप्पल ने हास्य व्यंग्य से श्रोताओं को गुदगुदाते हुए किसानों की पीड़ा व मर्म को समझते हुए सरकार की भावंतर योजना पर कटाक्ष करते हुए सोयाबीन के दाम छह हजार करने की बात कही। काव्य पाठ की शुरुआत कवि गोपाल कावलिया ने की शुरुआती दौर में युवाओं की संख्या देखकर अपने अंदाज में कहा नींद आंखें बन्द करने से नहीं बल्की नेट बन्द करने से आती है पंक्तियो के माध्यम से मोबाईल के दुरूपयोग का प्रभाव बताया। वहीं नारायणसिंह पंवार अनारद ने बदनावर के राजनीति परिदृश्य पर हनुमान चालीसा की तरह राजनीतिक चालीसा का पाठ कर व बा जिन्दा है,दास्तांए क्या सुनाए तुम्हें गुजरे जमाने की।

रसिक श्रोताओ को खुब हंसाया। मंच पर अन्तिम वक्ता के रूप में कवियत्री नम्रता नमिता ने अपनी प्रस्तुति-अब भी लगता है ये मेरे साथ है,जिनसे बिछड़े हुए एक जमाना हो गया। गीत ग़ज़ल की प्रस्तुति देकर ग़ज़लों के शोकिन श्रोताओ का ध्यान आकर्षित किया‌। कार्यक्रम से पूर्व मुख्य अतिथि करणी सेना परिवार राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर,राजवर्धनसिंह दत्तीगांव, विशेष अतिथि पं.छोटू शास्त्री,शरदसिंह सिसोदिया, नरेंद्रसिंह बुंदेला,नारायणसिंह पंवार,लाखनसिंह जादौन सकतली,गौरवसिंह मोर्य खेड़ी सिहोद,सुनीलकुमार यादव, हर्षदीपसिंह,शिवपालसिंह गौड़, ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अध्यक्षता मनोहरसिंह चावड़ा ने की। स्वागत भाषण महेंद्रसिंह चावड़ा टकरावदा ने दिया। अतिथियो ने कवि सम्मेलन पर अपने विचार व्यक्त किए। सम्मान समारोह में क्षेत्र की प्रतिभाओं,भूमिदानदाताओं, पत्रकारों, समाजसेवियो,पर्यावरण प्रेमियों,शिक्षा जगत में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षको सहित डीएसपी अखिलेश मीनारे दसाई को भी अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। आयोजन स्थल श्रोताओं से खचाखच भर गया कई लोगो ने खड़े रहकर काव्य पाठ का आनंद लिया। इस अवसर पर मीडियाकर्मी, जनप्रतिनिधि,आसपास के गांवो सहित रतलाम,इंदौर,खंडवा,उज्जैन सहित अनेक जिलों के करणी सैनिक व श्रोतागण काव्य पाठ सुनने के लिए उपस्थित हुए। मंच संचालन कवि राकेश शर्मा ने प्रत्येक कवियों के बीच में संचालन की भूमिका का निर्वाह करते हुए रसिक श्रोताओं को गुदगुदाया। मंचीय आयोजन व सम्मान समारोह का संचालन सुजीत धोड़पकर ने किया। आभार मनोहरसिंह चावड़ा ने माना।

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जोड़कर रखने वाली पीढ़ीयां अब नहीं दिखती है,वर्तमान युवाओं की जवानी तलवार से केक काटने लगी है

संवाददाता : जिला ब्यूरो विजय द्विवेदी

टकरावदा । जोड़कर रखने वाली पीढ़ीयां अब नहीं दिखती है। वर्तमान युवाओं की जवानी तलवार से केक काटने लगी है। उक्त विचार टकरावदा में आयोजित विराट कवि सम्मेलन में कवि दर्शन लोहार ने हिन्दू राष्ट्र बनाने व वर्तमान युवा पीढ़ी को आधुनिक परिवेश में ढलने की स्थिति पर जोशीली कविता पढ़ते हुए कही। कवि धिरज शर्मा नालछा ने बदलते परिवेश पर कटाक्ष करते हुए कहा लड़कियों के तन पर कपड़े घट रहे हैं एवं मुंह पर लपेटी जा रही है। वहीं हास्य रस के कवि पंकज दुप्पल ने हास्य व्यंग्य से श्रोताओं को गुदगुदाते हुए किसानों की पीड़ा व मर्म को समझते हुए सरकार की भावंतर योजना पर कटाक्ष करते हुए सोयाबीन के दाम छह हजार करने की बात कही। काव्य पाठ की शुरुआत कवि गोपाल कावलिया ने की शुरुआती दौर में युवाओं की संख्या देखकर अपने अंदाज में कहा नींद आंखें बन्द करने से नहीं बल्की नेट बन्द करने से आती है पंक्तियो के माध्यम से मोबाईल के दुरूपयोग का प्रभाव बताया। वहीं नारायणसिंह पंवार अनारद ने बदनावर के राजनीति परिदृश्य पर हनुमान चालीसा की तरह राजनीतिक चालीसा का पाठ कर व बा जिन्दा है,दास्तांए क्या सुनाए तुम्हें गुजरे जमाने की।

रसिक श्रोताओ को खुब हंसाया। मंच पर अन्तिम वक्ता के रूप में कवियत्री नम्रता नमिता ने अपनी प्रस्तुति-अब भी लगता है ये मेरे साथ है,जिनसे बिछड़े हुए एक जमाना हो गया। गीत ग़ज़ल की प्रस्तुति देकर ग़ज़लों के शोकिन श्रोताओ का ध्यान आकर्षित किया‌। कार्यक्रम से पूर्व मुख्य अतिथि करणी सेना परिवार राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवनसिंह शेरपुर,राजवर्धनसिंह दत्तीगांव, विशेष अतिथि पं.छोटू शास्त्री,शरदसिंह सिसोदिया, नरेंद्रसिंह बुंदेला,नारायणसिंह पंवार,लाखनसिंह जादौन सकतली,गौरवसिंह मोर्य खेड़ी सिहोद,सुनीलकुमार यादव, हर्षदीपसिंह,शिवपालसिंह गौड़, ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अध्यक्षता मनोहरसिंह चावड़ा ने की। स्वागत भाषण महेंद्रसिंह चावड़ा टकरावदा ने दिया। अतिथियो ने कवि सम्मेलन पर अपने विचार व्यक्त किए। सम्मान समारोह में क्षेत्र की प्रतिभाओं,भूमिदानदाताओं, पत्रकारों, समाजसेवियो,पर्यावरण प्रेमियों,शिक्षा जगत में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षको सहित डीएसपी अखिलेश मीनारे दसाई को भी अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। आयोजन स्थल श्रोताओं से खचाखच भर गया कई लोगो ने खड़े रहकर काव्य पाठ का आनंद लिया। इस अवसर पर मीडियाकर्मी, जनप्रतिनिधि,आसपास के गांवो सहित रतलाम,इंदौर,खंडवा,उज्जैन सहित अनेक जिलों के करणी सैनिक व श्रोतागण काव्य पाठ सुनने के लिए उपस्थित हुए। मंच संचालन कवि राकेश शर्मा ने प्रत्येक कवियों के बीच में संचालन की भूमिका का निर्वाह करते हुए रसिक श्रोताओं को गुदगुदाया। मंचीय आयोजन व सम्मान समारोह का संचालन सुजीत धोड़पकर ने किया। आभार मनोहरसिंह चावड़ा ने माना।

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