Friday, November 14, 2025

National

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प्रशासन की लापरवाही से गई अनीश की जान

संवाददाता : महेश कुमार माली

13 अगस्त, छोटी सादड़ी थाना क्षेत्र में अनीश पुत्र जाकिर की जेल में मृत्यु हो गई परिजनों को कहना है कि उन्होंने जेल प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा किसी प्रकार से अनीश की सहायता नहीं की गई थी।

मामला इस तरह है कि 28 जुलाई को रात्रि में *** ** नाम की विवाहिता द्वारा अनिश से वार्तालाप जारी थी और *** ने अपने पति और कुछ लोगों को बुलाकर अनीश के साथ मारपीट की | मारपीट में उन्होंने धारदार हथियार और लोहे के पाइपों का इस्तेमाल किया । जिससे कि अनीश की स्थिति गंभीर हो गई थी अनीश को प्राथमिक चिकित्सा के लिए अस्पताल में भी भर्ती किया गया था| अनीश की गिरफ्तारी 6 अगस्त को की गई थी उसके बाद अनिश को न्यायालय में भेज कर जेल भेज दिया गया था | अनीश की स्थिति काफी गंभीर थी और जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस बारे में पूर्ण अवगत थे फिर भी अनीश को कोई अच्छी चिकित्सा उपलब्ध नहीं कराई गई ?
परिजनों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन के कुछ अधिकारियों को पैसे भी खिलाए थे और उसकी चिकित्सा की मांग की थी ? लेकिन फिर भी प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उसे पर किसी प्रकार से सहायता या सहानुभूति नहीं दिखाई गई जिस कारण अनीश की मृत्यु हो गई मामला काफी गंभीर था इस कारणवश पुलिस प्रशासन द्वारा पूरा जाप्ता लगा दिया गया।

सूत्रों के अनुसार अनीश और विवाहिता का घर एक ही मोहल्ले में है जिस कारणवश कानूनी व्यवस्था ना बिगड़े पुलिस ने अपनी ओर से पूर्ण व्यवस्था बनाने के लिए जाप्ता नियुक्त किया। पुलिस की किस प्रकार की कार्रवाई अगर अनीश के साथ कर दी गई होती तो आज शायद अनिश जिंदा होता ?


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प्रशासन की लापरवाही से गई अनीश की जान

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13 अगस्त, छोटी सादड़ी थाना क्षेत्र में अनीश पुत्र जाकिर की जेल में मृत्यु हो गई परिजनों को कहना है कि उन्होंने जेल प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा किसी प्रकार से अनीश की सहायता नहीं की गई थी।

मामला इस तरह है कि 28 जुलाई को रात्रि में *** ** नाम की विवाहिता द्वारा अनिश से वार्तालाप जारी थी और *** ने अपने पति और कुछ लोगों को बुलाकर अनीश के साथ मारपीट की | मारपीट में उन्होंने धारदार हथियार और लोहे के पाइपों का इस्तेमाल किया । जिससे कि अनीश की स्थिति गंभीर हो गई थी अनीश को प्राथमिक चिकित्सा के लिए अस्पताल में भी भर्ती किया गया था| अनीश की गिरफ्तारी 6 अगस्त को की गई थी उसके बाद अनिश को न्यायालय में भेज कर जेल भेज दिया गया था | अनीश की स्थिति काफी गंभीर थी और जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस बारे में पूर्ण अवगत थे फिर भी अनीश को कोई अच्छी चिकित्सा उपलब्ध नहीं कराई गई ?
परिजनों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन के कुछ अधिकारियों को पैसे भी खिलाए थे और उसकी चिकित्सा की मांग की थी ? लेकिन फिर भी प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उसे पर किसी प्रकार से सहायता या सहानुभूति नहीं दिखाई गई जिस कारण अनीश की मृत्यु हो गई मामला काफी गंभीर था इस कारणवश पुलिस प्रशासन द्वारा पूरा जाप्ता लगा दिया गया।

सूत्रों के अनुसार अनीश और विवाहिता का घर एक ही मोहल्ले में है जिस कारणवश कानूनी व्यवस्था ना बिगड़े पुलिस ने अपनी ओर से पूर्ण व्यवस्था बनाने के लिए जाप्ता नियुक्त किया। पुलिस की किस प्रकार की कार्रवाई अगर अनीश के साथ कर दी गई होती तो आज शायद अनिश जिंदा होता ?


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